शिवसेना के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी (Manohar Joshi) की आज करीब 3 बजे हिंदूजा हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया। 21 फरवरी को उन्हें हार्ट अटैक आया और उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। उनकी उम्र 86 वर्ष की थी। मनोहर जोशी एक खुशमिजाज किस्म के व्यक्ति थे। मनोहर जोशी जीवनी (Manohar Joshi Biography) बारे में जानते हैंI
Manohar Joshi Family
अगर इनकी फैमिली के बारे में बात करें तो उन्होंने 14 May 1964 को Anagha Joshi के साथ विवाह किया था। Manohar Joshi son – इनके एक बेटे और दो बेटियां हैं। बेटे का नाम – Unmesh और बेटियों का नाम – Asmita और Namrata है। मनोहर जोशी एक सीधे सरल व्यक्ति थे।
Manohar Joshi Age
मनोहर जोशी का जन्म 2 दिसंबर 1937 को रायगढ़ जिले के नंदवी के छोटे से गांव में हुआ था। तथा मृत्यु 86 वर्ष की उम्र में हिंदूजा हॉस्पिटल में हार्ट अटैक आने कि वजह से हुई।
Manohar Joshi Education
पूर्व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री मनोहर जोशी एक सिविल इंजीनियर थे, और उन्होंने अपनी डिग्री वीरमाता जीजाबाई तकनीकी संस्थान (VJTI) मुंबई से पूरी की थी।
मनोहर जोशी का राजनीतिक जीवन
पूर्व सीएम मनोहर जोशी पिछले कुछ समय से राजनीति में सक्रिय नहीं रहे थे। मनोहर जोशी का राजनीतिक जीवन काफी लंबा रहा है। वह सीएम के अलावा मुंबई नगर निगम के नगरसेवक, महापौर, विधान परिषद सदस्य, विधायक, संसद सदस्य, केंद्रीय उद्योग मंत्री, लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा मेंबर भी रहे हैं।
इससे पहले मनोहर जोशी को दिल का दौरा पड़ने के बाद मुंबई के पीडी हिंदुजा अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती किया गया था। अस्पताल ने एक बयान में बताया था कि मनोहर जोशी को बुधवार को अस्पताल में भर्ती किया गया और उनकी हालत गंभीर है। बयान के मुताबिक महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी को 21 फरवरी 2024 को पीडी हिंदुजा अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था और उनकी हालत गंभीर थी।
शुरुआती करियर
उन्होंने अपने जीवन के कई महत्वपूर्ण क्षणों में सार्थक योगदान दिया। 1953 से 54 तक गौ संरक्षण आंदोलन में भाग लेने के बाद, वे 1955 में उत्तर प्रदेश के कुंभ किसान आंदोलन में सक्रिय रहे। 1977 में अल्मोड़ा निर्वाचन क्षेत्र से जनता पार्टी के सांसद चुने गए। उन्होंने 1980 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर महासचिव और बाद में कोषाध्यक्ष के पद पर कार्य किया। उन्होंने 1991 से 1993 तक पार्टी के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। 1996 में वे इलाहाबाद निर्वाचन क्षेत्र से संसद के सदस्य बने और 2008 तक इस पद पर कार्यरत रहे।
मुख्यमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष
जब शिवसेना-भाजपा गठबंधन ने राज्य चुनावों में कांग्रेस को परास्त किया, तो मनोहर जोशी महाराष्ट्र के पहले गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री बने। 1999 के लोकसभा चुनावों में सेंट्रल मुंबई से विजय प्राप्त करने के बाद उन्हें लोकसभा के लिए चुना गया। एनडीए सरकार के काल में, वे 2002 से 2004 तक लोकसभा अध्यक्ष पद पर रहे।
शिवसेना में प्रभाव
मनोहर जोशी ने धीरे-धीरे शिवसेना में उच्च पदों को हासिल किया और पार्टी में महत्वपूर्ण स्थान पर पहुंच गए। उन्हें बालासाहेब ठाकरे से मिलने से रोकने के लिए अन्य लोगों पर आरोप लगाया गया। 1991 में उन्हें शिवसेना में जल्दी ही पद में उन्नति मिलने के बाद छगन भुजबल ने पार्टी छोड़ दी। उनका शिवसेना में बहुत सम्मान किया जाता था और वे पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे।
राजनीतिक जीवन से जुड़े अन्य पहलू
मनोहर जोशी कोहिनूर Chain के मालिक हैं, जिसमें तकनीकी प्रशिक्षण, होटल, निर्माण और अचल संपत्ति के कारोबार में शामिल हैं। यह श्रृंखला काफी सफल है और जोशी को एक समृद्ध व्यक्ति माना जाता है।
कुछ साल पहले, वे मुंबई में विवादास्पद कोहिनूर मिल जमीन की खरीद में शामिल थे। उन्होंने इस जमीन के टुकड़े को एमएनएस सुप्रीमो राज ठाकरे के साथ मिलकर 400 करोड़ रुपये में खरीदा था।
इस खरीद के मामले में कई विवाद उठे। सबसे बड़ा विवाद यह था कि जोशी और ठाकरे ने इतनी बड़ी रकम इतने कम समय में कैसे जुटाई। जोशी की घोषित निजी संपत्ति इस रकम का एक अंश मात्र थी।
दूसरा विवाद यह था कि उन्हें जमीन बाजार मूल्य से कम कीमत पर क्यों बेची गई। इन विवादों के कारण, जोशी और ठाकरे की काफी आलोचना हुई।
Manohar Joshi Passed away
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री मनोहर जोशी, जो पहले एक गैर-कांग्रेस सरकार का मुख्यमंत्री बने थे, शुक्रवार को सुबह 3 बजे मुंबई के अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनकी उम्र 86 वर्ष थी।